बाजरा, कोदो, रागी: 2025 में कम लागत में ज्यादा मुनाफे वाली खेती!

अगर आप खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हैं, लेकिन लागत, मौसम और मंडी की मार से परेशान हैं — तो अब वक्त है कुछ नया और स्मार्ट करने का।

2025 में सरकार और विशेषज्ञ किसान समुदाय को एक पुरानी लेकिन गोल्डन चीज़ की ओर मोड़ रहे हैं — Millets यानी मोटा अनाज, जिसमें प्रमुख रूप से बाजरा, कोदो और रागी शामिल हैं।


मोटा अनाज क्यों जरूरी है?

Millets सिर्फ फसल नहीं है, बल्कि एक हेल्दी और टिकाऊ खेती का भविष्य है। इनमें पौष्टिकता तो भरपूर होती ही है, साथ ही ये बेहद कम पानी, कम खाद और खराब मिट्टी में भी उग जाती हैं।

  • बाजरा में फाइबर और एनर्जी
  • कोदो में शुगर कंट्रोल करने की ताकत
  • रागी में जबरदस्त कैल्शियम — बच्चों और बुजुर्गों के लिए अमृत

सरकार की मिलेट क्रांति – 2025

2025 में प्रधानमंत्री मोटा अनाज अभियान (PM Millets Mission) को पूरे देश में विस्तार मिल रहा है। इस अभियान के तहत:

  • फ्री ट्रेनिंग, बीज और उन्नत तकनीक
  • मंडियों में मिलेट्स की अलग लाइन
  • आंगनवाड़ी और स्कूलों में मिलेट-आधारित भोजन
  • प्रोसेसिंग यूनिट्स पर सब्सिडी

अब समय है किसानों को परंपरागत गेहूं-धान से बाहर निकलकर फ्यूचर क्रॉप की ओर बढ़ने का।


कौन सा मिलेट आपके खेत के लिए सही है?

अनाजमिट्टीसीजनखासियत
बाजरारेतीली या कम उपजाऊखरीफफाइबर युक्त, वजन घटाने में सहायक
कोदोमध्यम या हल्कीखरीफ और रबी दोनोंकम समय में तैयार, डायबिटिक फ्रेंडली
रागीलाल या पथरीली मिट्टीखरीफहड्डियों के लिए सबसे बेहतरीन

अगर आप तय नहीं कर पा रहे कि कौन सा मिलेट कब बोएं, तो आप हमारे खास Crop Calendar Tracker टूल की मदद लें। इससे आप अपने जिले के अनुसार जान सकते हैं कि बाजरा, कोदो या रागी की बुआई कब करनी है, कौन सा महीना उपयुक्त है और किस समय कटाई करें।


कम लागत, ज्यादा मुनाफा

मोटे अनाज की खेती में रासायनिक खाद और सिंचाई की आवश्यकता कम होती है। इससे लागत घटती है और मुनाफा बढ़ता है।

  • एकड़ की लागत: ₹5,000 से ₹8,000
  • उत्पादन: 8–15 क्विंटल प्रति एकड़
  • बाजार दर: ₹30–₹80 प्रति किलो
  • संभावित कमाई: ₹25,000 से ₹60,000 प्रति एकड़

किसान के लिए आसान खेती टिप्स

  • बीज उपचार: नीम या गौमूत्र से बीज ट्रीट करें
  • सिंचाई: सिर्फ 2–3 बार की जरूरत
  • खाद: गोबर, वर्मी कम्पोस्ट और जैविक स्प्रे से अच्छी पैदावार
  • कीट नियंत्रण: नीम आधारित स्प्रे या ट्रैप इस्तेमाल करें

बाजार में कैसे बेचें?

  • अपनी स्थानीय मंडी में Organic मिलेट्स ब्रांड बनाएं
  • e-NAM पोर्टल पर किसान रजिस्ट्रेशन करवाएं
  • Instagram या WhatsApp से सीधा उपभोक्ता तक बेचें

सरकार की मदद और स्कीम्स

  • PM Millets Mission: ₹10,000/एकड़ सहायता
  • प्रोसेसिंग यूनिट खोलने पर ₹20 लाख तक सब्सिडी
  • किसान उत्पादक संगठन (FPOs) को 50% मशीनरी सब्सिडी
  • जैविक सर्टिफिकेशन और ट्रेनिंग मुफ्त

आप ये सारी जानकारी नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से ले सकते हैं या किसान कॉल सेंटर 1800-180-1551 पर बात कर सकते हैं।


अब क्या करें?

मंडी के साथ-साथ डिजिटल मार्केटिंग की भी प्लानिंग करें।

अपने खेत की मिट्टी जांचें – इसके लिए आप Soil Health Checklist टूल का भी उपयोग कर सकते हैं।

Crop Calendar Tracker से अपने जिले के अनुसार बुआई और कटाई का समय जानें।

छोटे पैमाने पर शुरुआत करें और फीडबैक के अनुसार स्केल बढ़ाएं।

FAQs

मुझे मिलेट्स खेती कब शुरू करनी चाहिए?

आपके इलाके की जलवायु और सीजन के अनुसार – सही जानकारी के लिए Crop Calendar Tracker का उपयोग करें।

मिलेट्स खेती में जोखिम कितना है?

बहुत कम। ये फसलें कम पानी, खराब मिट्टी और प्राकृतिक आपदाओं को भी झेल सकती हैं।

क्या बाजरा और रागी की डिमांड है?

2025 में तेजी से बढ़ रही है – घरेलू और इंटरनेशनल दोनों मार्केट में।

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